ज़िन्दगी कट रही है
सुबह के नास्ते दमदार
दिन भर मस्ती भरमार
दोस्तों के संग बातें धुआँधार
शाम में मनोरंजन की बौछार
फिर भी वो बोलते हैं
ज़िन्दगी कट रही है
ना काम का जिक्र
ना पैसे की फ़िक्र
ना खर्च का हिसाब
बने बैठे वो नवाब
ना मुँह पर लगाम
ना आँखों में सलाम
फिर भी वो बोलते हैं
ज़िन्दगी कट रही है