Thursday, January 13, 2022

हया

आठ बजे घंटों हुए 
हुई बातें अरसों पहले 
दिल की घंटी बजे टना टन 
होठों से कुछ कह ले 

कितना तड़पाओगे मुझको 
कभी तो मिलने आओ 
रोम रोम को छू लूं तेरे 
सीने से लग जाओ 

अधरों को लगने दो हमसे 
तड़प हैं उनमें ऐसी 
जाने दिल तेरा भी क्या ये 
फिर हया करे ये कैसी ?