बताओ तुम कब तक याद रखोगे मुझे
मैं खुद को अक्सर भूल जाता हूँ,
बताओ तुम कब तक याद रखोगे मुझे
कभी बाँहों में मेरे जो आओ कभी
धड़कनो की कहानी सुनाओ मुझे
आँखें पढ़ ली बहोत तेरी मैंने अभी
दिल के दरिया में गोते लगाने दो मुझे
सांसें चलती हैं सरपट तेरे छूने से मेरी
अपने सीने में अब सिमटने दे मुझे
बात दिल में छुपा कर रखी है कोई
बात तेरे लबों से करने दे मुझे .....
मैं खुद को अक्सर भूल जाता हूँ,
बताओ तुम कब तक याद रखोगे मुझे
कभी बाँहों में मेरे जो आओ कभी
धड़कनो की कहानी सुनाओ मुझे
आँखें पढ़ ली बहोत तेरी मैंने अभी
दिल के दरिया में गोते लगाने दो मुझे
सांसें चलती हैं सरपट तेरे छूने से मेरी
अपने सीने में अब सिमटने दे मुझे
बात दिल में छुपा कर रखी है कोई
बात तेरे लबों से करने दे मुझे .....