Saturday, July 13, 2019

ज़िंदगी एक दो पल की है, घंटों की नहीं।

ज़िंदगी एक दो पल की है, घंटों की नहीं।
आंखें अपनों की नम होती हैं, दुजों की नहीं।

हमारी कल की बात हो सकता है कि तुम्हें याद रहे।
जो ना याद रहे फिर कल जिये ही कहां?

धड़कनें तेज हो जाती हैं तुम्हारी जब जब,
में पैरों को जकड़ लेता हूं तब तब।

जिंदगी जी कैसे जाय सब बताएं हमको,
वो जिंदगी ही क्या जिसमें यादें ना हो।

ए आज तु रुक जा मत जी ले कहीं,
कल भी तो तुझे जीना है जो तु जिया आज नहीं।

ज़िंदगी एक दो पल की है, घंटों की नहीं।
आंखें अपनों की नम होती हैं, दुजों की नहीं।
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